सोमवार, 5 जून 2023

देवीस्मरण- प्रातः स्मरामि शरदिन्दुक रोज्ज्वलाभां सद्रत्नवन्मकरकुण्डलहारभूषाम् I दिव्यायुधोर्जितसुनीलसहस्त्रहस्तां रक्तोत्पलाभचरणां भवतीं परेशाम् ॥

 

     देवीस्मरण

                                                 प्रातः स्मरामि शरदिन्दुक रोज्ज्वलाभां

सद्रत्नवन्मकरकुण्डलहारभूषाम् I

दिव्यायुधोर्जितसुनीलसहस्त्रहस्तां

रक्तोत्पलाभचरणां भवतीं परेशाम् ॥

'शरत्कालीन चन्द्रमाके समान उज्ज्वल आभावाली, उत्तम रत्नोंसे जटित मकरकुण्डलों तथा हारोंसे सुशोभित, दिव्यायुधोंसे दीप्त सुन्दर नीले हजारों हाथोंवाली, लाल कमलकी आभायुक्त चरणोंवाली भगवती दुर्गा देवीका मैं प्रातःकाल स्मरण करता हूँ।'

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