त्रिदेवों के साथ नवग्रहस्मरण
ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी
भानुः शशी भूमिसुतो बुधश्च ।
गुरुश्च शुक्रः शनिराहुकेतवः
कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम् ॥
-(मार्क० स्मृ० पृ० ३२)
'ब्रह्मा, विष्णु, शिव, सूर्य, चन्द्रमा, मङ्गल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु —ये सभी मेरे प्रातःकालको मङ्गलमय करें।'
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